Video Transcription
मैं गाँ से पढ़ाई पूरी करने के बाद शहर में पढ़ाई करने के लिए आया था।
कहने को तो ये शहर बहुत बड़ा था। हजारों घर थे पर मुझे रहने के लिए एक चथ तक भी न मिल सकी थी।
मैंने बहुत कोशिश की पर काम्याबी न मिली।
एक कुमवारे लड़के को आखिर किरायेदार रखने का जोखिम कौन उठा था।
बहुत भटकने के बाद आखिरकार मुझे एक आंटी जी मिली उनका नाम पूनम था।